बीते एक साल में सबसे ज्यादा बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की कीमत में औसत 10 फीसदी की तेजी देखने को मिली है.
रेंट पर सामान लेना कितने फायदे का सौदा है और इसके क्या नफा-नुकसान हैं? ऐसे तमाम सवालों के जवाब जानने के लिए देखें यह शो.
कुशमैन एंड वेकफील्ड की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है कि राजधानी के पॉश इलाकों में रिटेल सेक्टर के किराये में 11 से 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कुछ साइटों पर काम की गति धीमी हो गई है और कुछ ठेकेदारों ने अपनी टीमों को भंग भी कर दिया है.
सबसे पहले यह तय करें कि आप हर महीने कितना किराया (rent) चुकाएंगे. हर साल किराये (rent) में कितनी वृद्धि हो जाएगी.
Rent Agreement: किसी भी प्रॉपर्टी को किराए पर देने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. जिससे आपको आगे चलकर किसी तरह की कोई समस्या न हो.
आमतौर पर 11 महीने पर एग्रीमेंट (Rent agreement) का रिन्यू होता है. साथ ही, 1 साल बाद किराये में अमूमन 10 फीसदी बढ़ोतरी होती है.
पजेशन में देरी के चलते कई फर्स्ट-टाइम होम-बायर्स के ऊपर अब रेंट और EMI का डबल बोझ है, साथ में टैक्स से मिलने वाली राहत भी अधर में लटक गई है.